नई दिल्ली । दिल्ली सरकार की बेहतर सुविधाएं देने के दावे की पोल शुक्रवार शाम उस समय खुल गई जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने आई महिला तबीयत बिगड़ने पर सचिवालय के गेट पर तड़पती रही। महिला सांस की बीमारी से पीड़ित थी। गेट पर कई घंटे इंतजार करते हुए उसकी तबीयत खराब हो गई। वह रट लगाए हुए थी कि बेटी की शादी है मुझे केजरीवाल से मिलवा दो। मगर वह केजरीवाल से नहीं मिल सकी। आधे घंटे सड़क पर तड़पने के बाद पुलिस की गाड़ी मौके पर पहुंची। 

शुक्रवार को आना
यह वाक्या सचिवालय के गेट नंबर 6 का है। इस गेट पर एक महिला बैठी हुई थी। उसकी सांस फूल रही थी। पूछने पर उसने बताया कि नाम वसुधा है। वह सरिता विहार के प्रियंका कैंप से आई है। उसकी बेटी की शादी है। पैसा नहीं है। तीन दिन पहले केजरीवाल के सिविल लाइन निवास स्थान पर गई थी। मगर केजरीवाल से मिलने नहीं दिया गया। कहा गया था कि शुक्रवार को आना।

केजरीवाल घर पर ही मिलते हैं
महिला ने बताया कि शुक्रवार को वह केजरीवाल के निवास पर गई थी। मगर वहां उसे बताया गया कि केजरीवाल सचिवालय में हैं वहां जाओ। महिला किसी तरह सचिवालय पहुंची तो वहां गेट पर तैनात स्टाफ ने बताया कि केजरीवाल घर पर ही मिलते हैं। जब उसे अंदर नहीं जाने दिया गया तो महिला गेट के सामने जमीन पर बैठ गई। उसने बताया कि वह सांस की मरीज है। वह अस्पताल से छुट्टी कराकर आई है।

केजरीवाल से मिलवा दो, बेटी की शादी है
यह सब बताते हुए उसकी तबीयत बिगड़ती गई। मगर वह रट लगाए हुए थी के केजरीवाल से मिलवा दो, बेटी की शादी है। महिला को गिरते देख गेट पर तैनात पुलिस कर्मियों ने दौड़ कर उसे पानी पिलाया और उसके मुंह पर पानी के छींटे मारे।
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