नई दिल्ली I हाईटेक प्रधानमंत्री... जी हां यही कहा जा सकता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए. देश में अब तक जितने भी प्रधानमंत्री हुए हैं, उनमें मोदी कामकाज में टेक्नोलॉजी का सबसे अधिक इस्तेमाल करने वाले प्रधानमंत्री कहे जा सकते हैं. मोदी मोबाइल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ना सिर्फ अपने आधिकारिक काम बल्कि चुनाव प्रचार में भी खूब करते हैं.

प्रधानमंत्री ने 17 जून 2017 को नमो ऐप लॉंन्च किया था. शुरुआत में सबको लगा कि इस ऐप से सरकार की उपलब्धियों, योजनाओं की जानकारी या प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों की जानकारी ली जा सकती है. साथ ही इस ऐप के जरिए पीएम मोदी को सीधे संदेश भी दिया जा सकता है और सरकार के कामकाज के बारे में फीडबैक भी, लेकिन किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि पीएम मोदी इस ऐप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आम लोगों से सीधे संवाद भी कर सकते हैं.

चुनाव में होगा ऐप का इस्तेमाल
कर्नाटक चुनाव प्रचार से पहले पीएम मोदी ने पिछले महीने सभी बीजेपी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों, सभी प्रदेशों में बीजेपी के विधायकों, पार्टी के राष्ट्रीय और प्रदेश पधाधिकारियों समेत 3,000 लोगों के साथ ऑडियो-वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की. इसका जो रेस्पॉन्स आया उसको देखते हुए पीएम मोदी और पार्टी ने तय किया कि ऐप की तकनीक का उपयोग कर्नाटक चुनाव प्रचार में भी किया जाएगा.
सबसे पहले पीएम मोदी ने 26 अपैल को नमो ऐप के जरिए कर्नाटक में पार्टी के सभी 224 उम्मीदवारों, कर्नाटक से पार्टी के लोकसभा-राज्यसभा सांसदों, प्रदेश और जिले के पदाधिकारियों और बूथ प्रबंधकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की.

इसके बाद 2 मई को पीएम मोदी ने कर्नाटक किसान मोर्चा के 4 लाख सदस्यों के साथ सीधे संवाद किया. अब प्रधानमंत्री मोदी कर्नाटक महिला मोर्चा की एक लाख महिलाओं के साथ नमो ऐप के जरिए संवाद करने जा रहे हैं. आने वाले दिनो में वे कर्नाटक युवा मोर्चा, SC और ST मोर्चा के साथ भी संवाद करेंगे
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