नई दिल्ली I कर्नाटक के राज्यपाल की ओर से बहुमत से दूर बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता देने और फिर येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाए जाने के बाद कांग्रेस आक्रामक हो गई है और उसने इसके खिलाफ जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया है और शुक्रवार को भी देशव्यापी प्रदर्शन करने जा रही है.
कर्नाटक की तर्ज पर कांग्रेस गोवा, मेघालय और मणिपुर में विरोध-प्रदर्शन करेगी. वहीं राजस्थान में गुरुवार को सचिन पायलट ने इस मामले में प्रदर्शन किया. मणिपुर और मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री क्रमशः इबोबी सिंह और मुकुल संगमा ने अपने-अपने राज्यों के राज्यपालों से मुलाकात के लिए समय मांगा है.
दूसरी ओर, बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस के विधायकों ने परेड कर सबसे बड़ी एकल गठबंधन होने का दावा कर सरकार बनाने का मौका दिए जाने की मांग की है.

एक दिन के सीएम
वहीं कर्नाटक की राजनीति में तेजी से घटे नाटकीय घटनाक्रम के बाद कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला का दावा है कि येदियुरप्पा महज एक दिन के मुख्यमंत्री साबित होंगे क्योंकि उन्होंने राज्यपाल के सामने महज 104 विधायकों के समर्थन के नाम पर सरकार बनाने का दावा किया था, जबकि बहुमत हासिल करने और सरकार चलाने के लिए उन्हें 112 विधायकों की जरूरत होगी. बीजेपी बहुमत से 8 सीट दूर है, इसलिए वह एक दिन के ही मुख्यमंत्री होंगे.

लोकतंत्र की हत्या
उन्होंने कहा कि कोर्ट उन सभी चीजों को देखेगा जो उन्होंने दावा किया और कितने की जरूरत है. सुरजेवाला का कहना है कि कर्नाटक के राज्यपाल ने मोदी के लिए लोकतंत्र और संविधान की हत्या की.
वजुभाई के मोदी प्रेम के बारे में बताते हुए सुरजेवाला ने कहा कि इससे पहले वजुभाई वाला ने नरेंद्र मोदी के लिए गुजरात में अपनी सीट त्यागी थी. कर्नाटक के राज्यपाल ने मोदी और अमित शाह के कहने पर संविधान का एनकाउंटर ही कर दिया.

शुक्रवार को लोकतंत्र बचाओ दिवस
उनका कहना है कि कांग्रेस शुक्रवार को देशभर में 'लोकतंत्र बचाओ दिवस' के तौर पर धरना और प्रदर्शन करेगी. धरने के माध्यम से नरेंद्र मोदी और अमित शाह की सत्ता की हवस और प्रजातंत्र के खिलाफ संविधान की मान्यताओं को ठुकराने की उनकी कोशिशों का पर्दाफाश किया जाएगा.
उन्होंने पूछा, यह बताइए कि किस प्रकार से कर्नाटक के राज्यपाल ने संविधान की सुरक्षा बिना किए बीजेपी के हितों की सुरक्षा की. उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ता बनकर की संविधान और प्रजातंत्र को बीजेपी की सत्ता की हवस के नीचे कुचल डाला.

उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के पास बहुमत था, उसके बावजूद बीजेपी को बुलावा देना प्रजातंत्र के नीचे गिराना है और उसकी हत्या करने जैसा है.
सुरजेवाला ने मांग रखी कि अगर एकल बड़ी पार्टी को पहले बुलाना है तो गोवा, बिहार और मेघालय में भी एकल बड़ी पार्टी को सरकार बनाने के लिए बुलाना चाहिए था. इन राज्यों में भी अन्य पार्टियों को सरकार बनाने का न्योता दिया जाना चाहिए था. इनको बहुमत साबित करने के लिए कहना चाहिए था. उन्होंने मांग की कि एक देश, एक कानून, एक परिपाटी होनी चाहिए, दो नहीं.
रणदीप सिंह सुरजेवाला का कहना है कि नरेंद्र मोदी, अमित शाह, कर्नाटक के राज्यपाल और रेड्डी बंधु सब मिलकर अपने 104 के आकंडे को 112 बनाने की कोशिश कर रहे हैं. यह तभी संभव है जब संविधान के मंदिर नष्ट किया जाए.

सरकार बनाने का दावा
कर्नाटक की तर्ज पर गोवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गिरीश चोडणकर ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिलने का समय मांगा. कांग्रेस राज्यपाल से गोवा में भी कर्नाटक फॉर्मूला अपनाने की अपील कर सकती है. कांग्रेस का तर्क है जब कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का निमंत्रण मिला है, तो गोवा में भी ऐसा ही होना चाहिए.

इतना ही नहीं बिहार में भी राजद के तेजस्वी यादव ने राज्यपाल से शुक्रवार को मिलने का समय मांगा है और वह सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं.
इस बीच कांग्रेस और जेडीएस अपने सभी विधायकों को बेंगलुरु से किसी ओर स्थान पर शिफ्ट कर सकती है. उम्मीद जताई जा रही है कि आज रात ही सभी विधायकों को कोच्चि ले जाया जा सकता है. जेडीएस के विधायक बेंगलुरु के होटल शंगरी-ला में रुके हुए हैं. जबकि बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक कोच्चि के क्राउन प्लाज़ा होटल में रुकेंगे, इसके लिए सभी तैयारियां भी की जा रही हैं. फिलहाल इस समय कांग्रेसी विधायक बेंगलुरु के ईगलटन रिजॉर्ट में ठहरे हुए हैं.
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