केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि उन्होंने सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से आधार मामले में बात की है. उन्होंने आधार कार्ड को ड्राइविंग लाइसेंस से जोड़ने की बात की है. उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति नशे में लोगों को कुचलकर किसी और राज्य में भाग जाए तो उसे आसानी से पकड़ा जा सके. एक व्यक्ति अपना नाम बदल सकता है लेकिन फिंगर प्रिंट नहीं.
2017 से ही ड्राइविंग लाइसेंस को आधार से लिंक करने की बात चल रही है. केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ड्राइविंग लाइसेंस को आधार से लिंक करने के पक्षधर रहे हैं. उन्होंने यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर (आधार) के साथ ड्राइविंग लाइसेंस को लिंक करने की कोई समय अवधि नहीं दी है. केंद्र सरकार के इस कदम का मकसद फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने पर रोक लगाना है. आधार से जुड़े होने से आपके सारे बायोमीट्रिक डिटेल्स सरकारी एजेंसियां ड्राइविंग लाइसेंस से पता कर सकेंगी. ऐसे में अगर कोई शख्स दो ड्राइविंग लाइसेंस बनाना चाहता है तो उसकी चोरी पकड़ी जाएगी.
रवि शंकर प्रसाद ने डिजिटल हरियाणा समिट 2017 में कहा था ‘डिजिटल आइडेंटिटी, डिजिटल टेक्नोलॉजी की मदद से फिजिकल आइडेंटिटी को कंफर्म करती है.’ इसकी मदद से आपराधिक घटनाओं में भगोड़ों की पहचान आसानी से की जा सकेगी.
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