नई दिल्ली I कर्नाटक में येदियुरप्पा सरकार गिरने के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला है. राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश और देश के लोगों और संवैधानिक संस्थाओं से ऊपर नहीं हैं. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रवैया लोकतांत्रिक नहीं, बल्कि तानाशाही वाला है.

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारत में ताकत कुछ नहीं है. लोगों की इच्छाशक्ति ही सबकुछ है. हमने जनता को बताया और बीजेपी के अहंकार की सीमा भी गिनाई. इस देश को कैसे चलाया जाना है इसकी एक सीमा है. राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री का मॉडल लोकतांत्रिक नहीं, तानाशाही वाला है.

नरेंद्र मोदी को मैसेज देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भारत से बड़ा नहीं है. पीएम जनता, सुप्रीम कोर्ट, संसद, विधानसभा से बड़ा नहीं हो सकता. उन्हें ये सोचना बंद करना होगा. उन्हें समझना होगा कि हर संस्थान का सम्मान करना होगा, जिस तरीके से उनकी ट्रेनिंग हुई है मुझे शक है कि संघ किसी को अपने सामने सम्मान देता है.

राहुल ने कहा कि देश की जनता ने टेलीविजन पर देखा कि कर्नाटक विधानसभा में राष्ट्रगान बजने से पहले ही बीजेपी के विधायक उठकर चले गए. ये उनका स्वभाव है कि वे हिंदुस्तान के किसी भी संस्थान की इज्जत नहीं करते हैं. मुझे गर्व है कि कर्नाटक की जनता ने प्रधानमंत्री, बीजेपी के अध्यक्ष और हत्यारोपी अमित शाह को दिखा दिया कि वे लोकतंत्र को खरीद नहीं सकते हैं.
उन्होंने कहा कि भारत में ताकत और पैसा ही सबकुछ नहीं है. मुझे उम्मीद है कि बीजेपी और आरएसएस ने कर्नाटक से सबक सीखा होगा. मीडिया के सामने खुलेआम बीजेपी ने कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों को खरीदने की कोशिश की.

राहुल ने कहा कि कर्नाटक में हमने जनता की आवाज की रक्षा की. अगर बीजेपी को बहुमत होता तो हम बीजेपी को सरकार बनाने देते. पर सच्चाई ये है कि बीजेपी के पास जनता का सपोर्ट नहीं है. जेडीएस और हमारे विधायकों को जोड़ें तो सरकार हमारी बनती है. हमने यहां कर्नाटक की जनता की आवाज की रक्षा की है. हम हर प्रदेश की जनता की आवाज की रक्षा करेंगे. जहां लगेगा कि देश में ऐसा हो रहा है, कांग्रेस पार्टी दिखाई देगी. हम सब मिलकर, विपक्ष को-ऑर्डिनेट कर बीजेपी को हराएगा.

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी 100 प्रतिशत सभी संस्थानों पर अटैक कर रही है. मीडिया को भी. आपमें कुछ बहादुर हैं, कुछ को सपोर्ट की जरूरत है. पीएम का जो मॉडल है, वो तानाशाही वाला है, लोकतांत्रिक नहीं. संघ सब संस्थानों पर अपना कंट्रोल चाहता है. पीएम मोदी के एमपी, विधायक भी महसूस कर सकते हैं.
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों की खरीद-फरोख्त को मंजूरी दी. प्रधानमंत्री कहते हैं कि वे भ्रष्टाचार से लड़ रहे हैं, लेकिन असल में वे भ्रष्टाचार हैं. हमने फोन पर हुई बातचीत सार्वजनिक रूप से रखी है. वे लोग सोचते हैं कि देश की हर संस्था को झुका सकते हैं, और तबाह कर सकते हैं. एक के बाद एक वे जनादेश का अपमान कर रहे हैं.

एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि मैं जातिवादी नहीं हूं, अपृश्यता में विश्वास नहीं करता. राज्यपाल वजुभाई वाला इस्तीफा देते हैं या नहीं, एक अलग मुद्दा है, लेकिन देश की संवैधानिक संस्थाओं पर लगातार हमले हो रहे हैं. अगर आप एक को बदल देते हैं, तो दूसरा आने के बाद वही करता है. ये बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है.
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