कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के लिए विपक्ष के नेताओं का पहुंचना शुरू हो गया है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू बेंगलुरु पहुंच गए हैं, जबकि तेजस्वी यादव, मायावती, ममता बनर्जी भी बेंगलुरु पहुंचे हैं. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ट्वीट कर कुमारस्वामी और जी. परमेश्वर को शुभकामनाएं दी हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी दोपहर 2 बजे बेंगलुरु पहुंचेंगे.

दूसरी ओर बीजेपी कर्नाटक विधानसभा के बाहर फ्रीडम पार्क में कांग्रेस और जेडीएस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है. प्रदर्शन की अगुवाई बीजेपी नेता येदियुरप्पा कर रहे हैं. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस दौरान ब्लैक रिबन बांध रखा है. बीजेपी ने जेडीएस-कांग्रेस के साथ आने को अपवित्र गठबंधन बताया है.

कुमारस्वामी के साथ डिप्टी सीएम की शपथ लेने जा रहे हैं कांग्रेस नेता परमेश्वर ने दावा किया कि उनका काम ही उनकी योग्यता है. उनका कहना है कि उन्होंने पार्टी को कई विजय दिलाई है और उपमुख्यमंत्री होने के लिए उनका दलित होना बहुत कम मायने रखता है.

उधर, बुधवार की सुबह जेडीएस नेता कुमारस्वामी चामुंडी हिल्स स्थित मां चामुंडी के दर्शन के लिए निकले. उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र में जनता से किए गए सभी वादे पूरे किए जाएंगे. खेती और किसानी उनकी प्राथमिकता में सबसे ऊपर है.

बेंगलुरु में कुमारस्वामी के शपथग्रहण की तैयारियां तेजी से चल रही हैं. समारोह के चलते 2.30 से 5.30 बजे के बीच विधानसभा जाने वाली सड़कों पर ट्रैफिक जाम हो सकता है. इसके चलते विधानसभा के आसपास के कार्यालयों में आज आधे दिन ही कार्य होंगे. दोपहर के 1.30 बजे विधानसभा के पास स्थित दफ्तर बंद हो जाएंगे.


कल फ्लोर टेस्ट

मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कुमारस्वामी 24 मई को विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे. विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के बाद कैबिनेट विस्तार किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों में कैबिनेट में जगह को लेकर भी बातचीत फाइनल हो गई है. कांग्रेस के 22 और जेडीएस के 12 विधायकों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है.

ये नेता होंगे शामिल

समारोह में शामिल होने वाले विपक्ष के दिग्गजों नेताओं में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी के अलावा बीएसपी प्रमुख मायावती, सपा नेता अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी, तेजस्वी यादव, डीएमके नेता कनिमोझी समेत अन्य दिग्गज नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है.

जेडीएस के तौर तरीकों से वाकिफ हैं कांग्रेस नेता
कर्नाटक की सत्ता में भागीदारी ही नहीं, कांग्रेस को शपथ ग्रहण समारोह को देखने के लिए लगने वाली करीब 6000 वीआईपी सीटों को लेकर भी चिंता है कि उसके खाते में कितनी सीटें आएंगी. कांग्रेस के राज्यस्तरीय नेता जेडीएस के तौर तरीकों का अच्छी तरह वाकिफ हैं.

सूत्रों के मुताबिक इन कांग्रेस नेताओं को लगता है कि कहीं जेडीएस अपने नेताओं के लिए अधिक सीटों पर कब्जा न कर ले. ऐसे में पर्याप्त संख्या में पार्टी नेताओं के लिए वीआईपी सीटें सुरक्षित कर पाने को लेकर भी कांग्रेस चिंतित है.

कर्नाटक विधान सौध परिसर में जेडीएस की ओर से ऐसे कई पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें उसके गठबंधन में बड़े पार्टनर होने का आभास होता है. मालूम हो कि कर्नाटक में येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद अब जेडीएस के कुमारस्वामी कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने जा रहे हैं. वो बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.

विधानसभा चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बीजेपी

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 12 मई को मतदान हुए थे, जबकि 15 मई को नतीजे आए थे. इसमें 104 सीटें जीतकर बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जबकि कांग्रेस को 78 सीटों और जेडीएस को 37 सीटों पर जीत मिली थी.

इस चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला, जिसके चलते बीजेपी ने सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करके सरकार बना ली थी, लेकिन येदियुरप्पा विधानसभा में बहुमत साबित करने में विफल रहे.  इसके बाद जेडीएस और कांग्रेस मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं. दोनों के कुल विधायकों की संख्या बहुमत से भी ज्यादा है.
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