पाकिस्तान की ओर से पिछले 10 दिनों से सीमा पर सीज़फायर उल्लंघन जारी है. बुधवार देर रात भी पाकिस्तान ने उरी सेक्टर के कमलकोट इलाके में मोर्टार दागे. बारामूला जिले में एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से फायरिंग की गई. पाकिस्तान ने ऑटोमेटिक हथियार और मोर्टार के जरिए हमला किया.
गौरतलब है कि पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा जम्मू, कठुआ और सांबा जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे भारतीय गांवों और सीमा चौकियों पर बुधवार मोर्टार से गोले दागने और गोलीबारी की घटना में पांच लोगों की मौत हो गई थी.
दूसरी ओर जम्मू के कठुआ और आरएसपुरा सेक्टर में बुधवार दोपहर से कोई फायरिंग नहीं हुई है. एक-दो पोस्ट पर छिटपुट फायरिंग हुई थी, लेकिन अभी भी सरकार ने गांव वालों को वापस जाने से मना किया है.
इससे पहले भी जम्मू जिले के आरएस पुरा, अरनिया, बिस्नाह और रामगढ़ तथा सांबा सेक्टरों पर मंगलवार रात को गोलीबारी की गई थी.

पलायन को मजबूर लोग
पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों में सैन्य और असैन्य ठिकानों पर लगातार की जा रही गोलीबारी और बमबारी के कारण सीमावर्ती गावों से 40,000 से अधिक लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा है.
पुलिस ने बताया कि कुछ लोगों ने प्रशासन द्वारा बनाए गए अस्थाई शिविरों में शरण ली है, जबकि अधिकांश अन्य अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के घर में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं.

महिला और बच्चे की हुई थी मौत

इससे पहले मंगलवार को भी पाकिस्तान ने सीमा पार से मोर्टार दागे और एलओसी से सटे अरनिया व आरएस पुरा सेक्टर के रिहाइशों इलाकों को निशाना बनाया गया. इस हमले में एक महिला की मौत हो गई थी, जबकि अखनूर के सेरी पल्ली गांव में एक मासूम की भी गोली लगने से मौत हुई है.
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