वाराणसी के कैंट में मंगलवार शाम निर्माणाधीन फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिरने से 18 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हैं, जिनमें 14 की हालत गंभीर बनी हुई है. हादसे के बाद वाराणसी पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने चार लोगों को निलंबित कर दिया. इसके साथ ही उन्होंने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है, जो 15 दिन के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी.

वाराणसी में घटनास्थल का निरीक्षण करने और घायलों से मिलने के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए घटना को दुखद बताया. प्रथम दृष्टया मामले में सेतु निगम के चीफ़ प्रोजेक्ट मैनेजर एचसी तिवारी, प्रोजेक्ट मैनेजर राजेन्द्र सिंह और के आर सूडान को सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही एक अन्य कर्मचारी लालचंद को भी सस्पेंड किया गया है.

डिप्टी सीएम ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है. टीम को फ्लाईओवर हादसे पर 15 दिनों में रिपोर्ट देने के लिए निर्देश दिया गया है. इस बीच तकनीकी विशेषज्ञों की जांच  टीम भी वाराणसी पहुंच चुकी है और अपने जांच में जुटी है.

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी घटनास्थल पर देर रात पहुंचे. सीएम ने पहले घटनास्थल पर पहुंचकर चल रहे बचाव कार्य का जायजा लिया. इसके बाद बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर में भर्ती घायलों से मिलने पहुंच गए.

गौरतलब है कैंट रेलवे स्टेशन के पास निर्माणाधीन फ्लाईओवर का एक हिस्सा मंगलवार शाम करीब 5: 20 बजे गिर पड़ा. पुल की शटरिंग के लिए बने वजनी पिलर के नीचे रोडवेज बस, बोलेरो समेत कई दोपहिया वाहन दब गए. पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि 8 से 10 मोटरसाइकिल भी इसकी चपेट में आ गई. यूपी के आपदा राहत आयुक्त संजय कुमार ने वाराणसी में निर्माणाधीन पुल ढहने से अभी तक 18 लोगों की मौत की पुष्टि कर दी है.

इस बीच सरकार ने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे का भी ऐलान किया है. सभी घायलों को तात्कालिक सहायता के रूप में 2-2 लाख रुपए और मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए सरकार के द्वारा प्रदान किया जाएगा.
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